Date: 11 अक्टूबर 2025
🔹 परिचय
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की दिशा तय करते समय विपक्षी महागठबंधन में शामिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच सीट‑बंटवारे की चर्चाएँ तेज हैं, लेकिन इस बीच पाँच महत्वपूर्ण सीटों को लेकर समझौता नहीं हो पाया है। इससे गठबंधन को बैठक‑मुलाकातों और रणनीति‑निर्धारण में उलझन का सामना करना पड़ रहा है।
🔹 विवादित पाँच सीटें
सूत्रों के अनुसार विवादित सीटें निम्न हैं:
क्रम | विवादित सीट |
---|---|
1 | बाइसी (Baisi) — पूर्णिया |
2 | बहादुरगंज (Bahadurganj) — किशनगंज |
3 | रानीगंज (Raniganj) — अररिया |
4 | कहलगाँव (Kahalgaon) — भागलपुर |
5 | सहरसा (Saharsa) |
इन सीटों को लेकर RJD और कांग्रेस दोनों अपनी‑अपनी दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
🔹 कारण और राजनीतिक मायने
- महागठबंधन में नए साझेदारों के शामिल होने से सीट‑कटौती की समस्या बढ़ गई है।
- कांग्रेस और RJD दोनों अपने पारंपरिक क्षेत्रों पर अपनी पकड़ बनाए रखना चाहती हैं।
- मुख्य नेतृत्व और मुख्यमंत्री चेहरे के चयन को लेकर असमंजस।
🔹 आगे क्या हो सकता है?
- समझौते तक अधिक समय — गठबंधन को अंतिम लिस्ट जारी करने में देरी हो सकती है।
- टिकट स्वैप की संभावना — कुछ सीटों को आपस में बदलने पर विचार।
- छोटे दलों की भागीदारी — वाम दल और अन्य गठबंधन सहयोगियों की दावेदारी बढ़ सकती है।
🔹 निष्कर्ष
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस‑RJD के बीच सीट बंटवारा केवल संख्या‑खाता का मसला नहीं है बल्कि **रणनीतिक राजनीति** का प्रतीक है। पाँच सीटों पर अटका हुआ मामला गठबंधन की तैयारी पर असर डाल सकता है। समय रहते समाधान मिलने पर गठबंधन को नई ऊर्जा और चुनावी मजबूती मिल सकती है।
कांग्रेस‑RJD सीट बंटवारा बिहार 2025: पांच सीटों को लेकर अटका महागठबंधन