- वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरीना मचाडो को मिला नोबेल शांति पुरस्कार 2025
- डोनाल्ड ट्रंप के नामांकन के बावजूद नहीं मिला पुरस्कार
- समिति अध्यक्ष के मुताबिक चयन ‘काम के आधार पर’ हुआ
ओस्लो, 10 अक्टूबर 2025: नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार से मारिया कोरीना मचाडो को सम्मानित किया, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यह पुरस्कार नहीं मिला।
समिति अध्यक्ष का स्पष्ट संदेश
नोबेल समिति अध्यक्ष योर्गेन वाटने फ्राइडनेस ने कहा, चयन केवल काम के आधार पर ही होते हैं, बाहरी दबाव या प्रचार का असर नहीं पड़ता है।
[Economic Times]
मचाडो का योगदान
मचाडो को वेनेजुएला के लोकतांत्रिक आंदोलन में अहम भूमिका और जनता के अधिकारों के समर्थन के लिए यह पुरस्कार मिला है।
[Hindustan Times]
[Wikipedia]
ब्लॉक की गई नेता
मचाडो को पिछले वर्ष वेनेजुएला में अपने राजनीतिक कार्यों के चलते जान का खतरा था, इसके बावजूद वे संघर्षरत रहीं।
[Al Jazeera]
ट्रंप के दावे
डोनाल्ड ट्रंप ने आठ महीनों में आठ युद्ध रोकने का दावा किया, लेकिन समयसीमा से अधिकतर नामांकन देर से जमा हुए।
[USA Today]
वेनेजुएला के हालात
वेनेजुएला लंबे समय से लोकतंत्र बहाली की कोशिशों और राजनीतिक संकट से गुजर रहा है। मचाडो चुनाव भी नहीं लड़ सकीं और विपक्ष के उम्मीदवार का समर्थन किया।
[Indian Express]
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने नोबेल समिति के फैसले पर राजनीति का आरोप लगाया। वहीं, मचाडो ने अपना पुरस्कार वेनेजुएला की जनता और ट्रंप को समर्पित किया।
[CNBC]
पुरस्कार समारोह
नोबेल शांति पुरस्कार 2025, 10 दिसंबर को ओस्लो, नॉर्वे में होगा। मचाडो चुनी गईं 338 उम्मीदवारों में से।
[Nobel Press Release]